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13 Feb 2024 · 1 min read

खुद पहचान

क्या तुम खुद को पहचान सके
अपनी क्षमता को जान सके
मत भूलो अपने अस्तित्व को
और अपने हुनर से प्यार कर
समय नहीं मिला पहले मत हारो
उम्र निकल गई यह मत सोचों
जो मेहनत के पथ पर घिसता
वह पत्थर पत्थर हीरा ही होता है
न उम्र की सीमा बाधा बन सकती
न जन्म जात की दिक्कत होती
मन में अभिलाषी जब जाग्रत होती
छोड़ के पीछे सब निराशा हारती
आगे उम्मीद आशा भर पूरी होती।
-सीमा गुप्ता

Language: Hindi
94 Views

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