खुद को राधा करेंगे
मैं बावरी भई श्याम धुन में
श्रृंगार अब हम सादा करेंगे
लोग कहे ये पागल पन है
हम कहे में कहां बाधा करेंगे
क्या कर लेंगे हम ठीक होके जाना
अपना ही खून जला कर आधा करेंगे
श्याम रहें रुक्मिणी के फिर भी
खुद को तो हम राधा ही करेंगे
~ पुर्दिल