Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 May 2020 · 2 min read

खुद को जब खंगाला मैंने

खुद को जब खंगाला मैंने,
क्या बोलूँ क्या पाया मैंने?
अति कठिन है मित्र तथ्य वो,
बा मुश्किल ही मैं कहता हूँ,
हौले कविता मैं गढ़ता हूँ।

हृदय रुष्ट है कोलाहल में,
जीवन के इस हलाहल में,
अनजाने चेहरे रच रचकर,
खुद हीं से खुद को ठगता हूँ,
हौले कविता मैं गढ़ता हूँ।

नेत्र ईश ने सरल दिया था,
प्रीति युक्त मन तरल दिया था,
पर जब जग ने गरल दिया था,
विष प्याले मैं भी रचता हूँ,
हौले कविता मैं गढ़ता हूँ।

ज्ञात नहीं मुझे क्या पथ्य है?
इस जीवन का क्या तथ्य है?
कभी सबेरा हो चमकूँ तो ,
कभी साँझ हो मैं ढलता हूँ ,
हौले कविता मैं गढ़ता हूँ।

सुनता हूँ माया है जग तो,
जो साया है छाया डग तो,
पर हो जीत कभी ईक पग तो,
विजय हर्ष को मैं चढ़ता हूँ,
हौले कविता मैं गढ़ता हूँ ।

छद्म जीत पर तृष्णा जगती,
चिंगारी बन फलती रहती,
मरु स्वपन में हाथ नीर ले,
प्यासा हो हर क्षण गलता हूँ,
हौले कविता मैं गढ़ता हूँ।

मन में जो मेरे चलता है ,
आईने में क्या दिखता है?
पर जब तम अंतस खिलता है ,
शब्दों से निज को ढंकता हूँ,
हौले कविता मैं गढ़ता हूँ।

जिस पथ का राही था मैं तो,
प्यास रही थी जिसकी मूझको,
निज सत्य का उदघाटन करना,
मुश्किल होता मैं डरता हूँ,
हौले कविता मैं गढ़ता हूँ ।

जाने राह कौन सी उत्तम,
करता रहता नित मन मंथन,
योग कठिन अति भोग छद्म है,
अक्सर संशय में रहता हूँ,
हौले कविता मैं गढ़ता हूँ ।

कुछ कहते अंदर को जाओ,
तब जाकर तुम निज को पाओ,
पर मुझमे जग अंदर दिखता ,
इसीलिए बाहर पढ़ता हूँ,
हौले कविता मैं गढ़ता हूँ।

अंदर बाहर के उलझन में ,
सुख के दुख के आव्रजन में,
किंचित आस जगे गरजन में,
रात घनेरी पर बढ़ता हूँ,
हौले कविता मैं गढ़ता हूँ।

Language: Hindi
3 Likes · 2 Comments · 245 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

बीते साल को भूल जाए
बीते साल को भूल जाए
Ranjeet kumar patre
"मधुमास बसंत"
राकेश चौरसिया
सुन्दरता
सुन्दरता
Rambali Mishra
ममतामयी मां
ममतामयी मां
SATPAL CHAUHAN
सोचे सारे ख्वाब
सोचे सारे ख्वाब
RAMESH SHARMA
इश्क की कीमत
इश्क की कीमत
Mangilal 713
4000.💐 *पूर्णिका* 💐
4000.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
# लोकतंत्र .....
# लोकतंत्र .....
Chinta netam " मन "
*नेता बूढ़े जब हुए (हास्य कुंडलिया)*
*नेता बूढ़े जब हुए (हास्य कुंडलिया)*
Ravi Prakash
सौगंध
सौगंध
Shriyansh Gupta
स्वानंद आश्रम
स्वानंद आश्रम
Shekhar Deshmukh
गमों के बीच मुस्कुराने की आदत डालो।
गमों के बीच मुस्कुराने की आदत डालो।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
3. Showers
3. Showers
Santosh Khanna (world record holder)
गीतिका
गीतिका
surenderpal vaidya
विवाह
विवाह
Shashi Mahajan
ऐसा घर चाहिए......
ऐसा घर चाहिए......
Jyoti Roshni
" सिर्फ "
Dr. Kishan tandon kranti
करता नहीं यह शौक तो,बर्बाद मैं नहीं होता
करता नहीं यह शौक तो,बर्बाद मैं नहीं होता
gurudeenverma198
जुनून
जुनून
अखिलेश 'अखिल'
*आहा! आलू बड़े मजेदार*
*आहा! आलू बड़े मजेदार*
Dushyant Kumar
किसान के आंसू
किसान के आंसू
कवि आलम सिंह गुर्जर
बदल सकता हूँ मैं......
बदल सकता हूँ मैं......
दीपक श्रीवास्तव
Harmony's Messenger: Sauhard Shiromani Sant Shri Saurabh
Harmony's Messenger: Sauhard Shiromani Sant Shri Saurabh
World News
- ଓଟେରି ସେଲଭା କୁମାର
- ଓଟେରି ସେଲଭା କୁମାର
Otteri Selvakumar
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
याद
याद
Kanchan Khanna
आशियाना
आशियाना
Dipak Kumar "Girja"
सृजन तेरी कवितायें
सृजन तेरी कवितायें
Satish Srijan
■ स्लो-गन बोले तो धीमी बंदूक। 😊
■ स्लो-गन बोले तो धीमी बंदूक। 😊
*प्रणय*
डर
डर
Girija Arora
Loading...