खुद को इतना .. सजाय हुआ है
विरह गीत
श्याम सुंदर मेरे.. मैंने तेरे लिए
खुद को इतना .. सजाय हुआ है
ये काजल ,ये चूड़ी , ये गजरा
मैने मैहदी लगाया हुआ है ..
श्याम सुंदर मेरे.. मैंने तेरे लिए
मेरी साँसों मे तू , मेरी धड़कन मे तू
मेरी बहती आस्को की बूंदों मे तू
मैंने आँखों को समुंदर बनाया हुआ है
श्याम सुंदर मेरे.. मैंने तेरे लिए ..
तेरी यादों मैं हा खोई , कई वर्षों मैं न सोई
जागते तेरे सपने हा देखे, देख कर मैं खूब रोई
श्याम आकार दर्श.. दिखाला जा
मेरे पापों से मुक्ति.. दिला जा
दिल को पत्थर बनाया हुआ है |
श्याम सुंदर मेरे.. मैंने तेरे लिए .
खुद को इतना .. सजाय हुआ है
नीरज मिश्रा ” नीर ” बरही मध्य प्रदेश