खुद के आंसू
आँखें भी रो रो के खुद के आंसू पी जाते हैं
की मेरी मोहब्बत का दर्द नजर न आए।
जोर जोर से मेरा दिल धड़कता है सीने में
डर है मुझे कहीं कुछ गलत न कर जाए।
संजय कुमार✍️✍️
आँखें भी रो रो के खुद के आंसू पी जाते हैं
की मेरी मोहब्बत का दर्द नजर न आए।
जोर जोर से मेरा दिल धड़कता है सीने में
डर है मुझे कहीं कुछ गलत न कर जाए।
संजय कुमार✍️✍️