खुद का हृदय टटोलकर देखो
खुद का हृदय टटोलकर
देखो
भगवान उसमें निवास करते हैं
वह हरदम तुम्हारे साथ रहते हैं
तुम खोजते हो उन्हें
इस दुनिया में
वह तुम्हें तुम्हारे मन के
मन्दिर में हर पल दर्शन
देते हैं
तुम्हारी तलाश ही जब
विपरीत दिशा में है तो
वह तुम्हें मिलेंगे कहां
कभी मुड़कर देखो अपने
हृदय स्थल को और
एकाग्रचित्त होकर लो
प्रभु का नाम
अपना नाम जब स्मरण न
रहे तो
सुनना गौर से
प्रभु बड़े मनोयोग और
प्रेमपूर्वक पुकार रहे होंगे
लेकर अपने अधरों से
तुम्हारा नाम।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001