खुदा को क्या मंज़ूर है ?
खुदा को क्या है मंजूर ,
बहुत जरूरी है पहले ये जान लेना ।
नहीं मंजूर उसे कत्ल ए आम इंसानों का ,
ना ही अबलाओं की अस्मत से खेलना ।
नही मंजूर उसे मासूम बच्चों पर जुल्म ,
ना ही बेजुबानों का खून बहाना ।
नहीं मंजूर उसे तुम किसी की आजादी छीनो
और ना ही किसी औरत/ मर्द को गुलाम बनाना।
नहीं मंजूर उसे किसी के घर / देश को लूटना ,
और बेवजह अपना अधिकार जमाना ।
तुम कुछ भी कर रहे हो खुदा के नाम पर ,
वो सब जुल्म है हैवानियत है ।
तुम्हें शोभा नही देता खुदा की अज़ीम ज़ात को ,
यूं बदनाम करना।
उसने तुम्हें और सभी इंसानों को भेजा है,
धरती पर प्यार और भाईचारे से रहने किए ।
एक दूजे के धर्म ,संस्कृति ,सभ्यता और
औरतों का सम्मान करने के लिए ।
खुदा का यही मंजूर है ,और
तुम्हारा फर्ज है खुदा के हुक्म की तामील करना ।