खुदा का इंसाफ
दुनिया ढाए जुल्म पर जुल्म ,
और किस्मत नचाए अपने इशारों पर ।
यह सब देख कर भी जो खामोश है ,
मुझे शक होता है खुदा के इंसाफ पर ।
दुनिया ढाए जुल्म पर जुल्म ,
और किस्मत नचाए अपने इशारों पर ।
यह सब देख कर भी जो खामोश है ,
मुझे शक होता है खुदा के इंसाफ पर ।