Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Apr 2024 · 1 min read

खींच रखी हैं इश्क़ की सारी हदें उसने,

खींच रखी हैं इश्क़ की सारी हदें उसने,
नादान को पता ही कहाँ इश्क़ बेइंतहा होता है !

147 Views

You may also like these posts

एहसास
एहसास
Ashwani Kumar Jaiswal
गुज़ारिश है रब से,
गुज़ारिश है रब से,
Sunil Maheshwari
ऑंखों से सीखा हमने
ऑंखों से सीखा हमने
Harminder Kaur
This Is Hope
This Is Hope
Otteri Selvakumar
अगर आप सफल
अगर आप सफल
पूर्वार्थ
ऐ जिन्दगी
ऐ जिन्दगी
Minal Aggarwal
जी चाहता है
जी चाहता है
Shyam Sundar Subramanian
कण कण में राम
कण कण में राम
इंजी. संजय श्रीवास्तव
बेकद्रों की सोहबत से
बेकद्रों की सोहबत से
Chitra Bisht
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
4547.*पूर्णिका*
4547.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
उम्र गुजर जाएगी।
उम्र गुजर जाएगी।
Rekha khichi
लुट गया है मक़ान किश्तों में।
लुट गया है मक़ान किश्तों में।
पंकज परिंदा
सितारे हरदम साथ चलें , ऐसा नहीं होता
सितारे हरदम साथ चलें , ऐसा नहीं होता
Dr. Rajeev Jain
एक सुहागिन का 'शुक्रिया'
एक सुहागिन का 'शुक्रिया'
Roopali Sharma
प्रकृति
प्रकृति
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
दिल
दिल
Neeraj Agarwal
*मोती (बाल कविता)*
*मोती (बाल कविता)*
Ravi Prakash
🌸 आने वाला वक़्त 🌸
🌸 आने वाला वक़्त 🌸
Mahima shukla
विरले ही संवेदनशील
विरले ही संवेदनशील
Seema gupta,Alwar
नाकाम
नाकाम
देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत'
बन के देखा है मैंने गुलाब का फूल,
बन के देखा है मैंने गुलाब का फूल,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
"मोल"
Dr. Kishan tandon kranti
रतन टाटा जी
रतन टाटा जी
Paurnima Sanjay Kumbhar
जिन्दगी हमारी थम जाती है वहां;
जिन्दगी हमारी थम जाती है वहां;
manjula chauhan
हमरी बिल्ली हमको
हमरी बिल्ली हमको
Abasaheb Sarjerao Mhaske
मैं कौन हूँ?
मैं कौन हूँ?
Sudhir srivastava
उधड़ता दिखते ही तुरंत सिलवा लीजिए। फिर चाहे वो जूता हो, कपड़ा
उधड़ता दिखते ही तुरंत सिलवा लीजिए। फिर चाहे वो जूता हो, कपड़ा
*प्रणय*
जब से हमारी उनसे मुलाकात हो गई
जब से हमारी उनसे मुलाकात हो गई
Dr Archana Gupta
पथ में
पथ में
surenderpal vaidya
Loading...