*समय होता कभी अच्छा, कभी होता बुरा भी है (हिंदी गजल)*
समय होता कभी अच्छा, कभी होता बुरा भी है (हिंदी गजल)
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( 1)
समय होता कभी अच्छा, कभी होता बुरा भी है
समय के हाथ में चाबी, यही सब ने सुना भी है
(2)
रुदन करता समय ही है, समय ही फिर हॅंसा भी है
समय से आदमी उठता, समय से ही गिरा भी है
(3)
समय जब मात देता है, शहंशाहों के घर फाका
समय राजा बनाता है, सुनाता यह सजा भी है
(4)
समय देता बधाई है, समय फटकार भी देता
समय अभिशाप-जैसा भी, समय लगता दुआ भी है
(5)
समय के रंग दुनिया में, सभी ने इस तरह देखे
समय दुख से थका-हारा, खुशी से नाचता भी है
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रचयिता :रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451