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17 Aug 2017 · 1 min read

खिलिंगे फूल गुलशन में

खिलेंगे फूल गुलशन में
तुम पास आओ तो जरा

गुल फिर होगा गुलज़ार
प्यार जताओ तो जरा

तुम्हारी मेहरबानी में जिंदा है
माली बन प्यार दिखाओ तो जरा

मुरझा गया है गुलशन सारा
कभी पेश आओ तो जरा

जाने कितने बाग़ बगीचे तरसे है
खोई ख़ुशी वापिस लाओ तो जरा

बंजर धरती हो गयी है सारी
सूखे में पानी बरसाओ तो जरा

भूपेंद्र रावत
17/08/2017

1 Like · 263 Views
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