Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Mar 2021 · 1 min read

खिदमत में रहें हम तेरी

खिदमत में रहें हम तेरी
तेरा हर एक रूप हमें भाता है
गवाह है इस गुलशन का गुंचा – गुंचा
इस गुलिस्तां पर तेरे करम का साया है

Language: Hindi
1 Like · 214 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
View all
You may also like:
बाल कविता: तितली रानी चली विद्यालय
बाल कविता: तितली रानी चली विद्यालय
Rajesh Kumar Arjun
#drarunkumarshastei
#drarunkumarshastei
DR ARUN KUMAR SHASTRI
"पहचान"
Dr. Kishan tandon kranti
मुकद्दर तेरा मेरा एक जैसा क्यों लगता है
मुकद्दर तेरा मेरा एक जैसा क्यों लगता है
VINOD CHAUHAN
जब मैंने एक तिरंगा खरीदा
जब मैंने एक तिरंगा खरीदा
SURYA PRAKASH SHARMA
*बदलता_है_समय_एहसास_और_नजरिया*
*बदलता_है_समय_एहसास_और_नजरिया*
sudhir kumar
ज़हर क्यों पी लिया
ज़हर क्यों पी लिया
Surinder blackpen
*अपने करते द्वेष हैं, अपने भीतरघात (कुंडलिया)*
*अपने करते द्वेष हैं, अपने भीतरघात (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
दोहा-
दोहा-
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
इक दुनिया है.......
इक दुनिया है.......
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
ख़ालीपन
ख़ालीपन
MEENU
वक्त से वक्त को चुराने चले हैं
वक्त से वक्त को चुराने चले हैं
Harminder Kaur
“गणतंत्र दिवस”
“गणतंत्र दिवस”
पंकज कुमार कर्ण
वो आया इस तरह से मेरे हिज़ार में।
वो आया इस तरह से मेरे हिज़ार में।
Phool gufran
दुनिया
दुनिया
Jagannath Prajapati
ख़बर है आपकी ‘प्रीतम’ मुहब्बत है उसे तुमसे
ख़बर है आपकी ‘प्रीतम’ मुहब्बत है उसे तुमसे
आर.एस. 'प्रीतम'
राम नाम की जय हो
राम नाम की जय हो
Paras Nath Jha
*।। मित्रता और सुदामा की दरिद्रता।।*
*।। मित्रता और सुदामा की दरिद्रता।।*
Radhakishan R. Mundhra
#छोटी_सी_नज़्म
#छोटी_सी_नज़्म
*Author प्रणय प्रभात*
मेरी सोच (गजल )
मेरी सोच (गजल )
umesh mehra
औरत की नजर
औरत की नजर
Annu Gurjar
दर्पण
दर्पण
लक्ष्मी सिंह
उम्मीद - ए - आसमां से ख़त आने का इंतजार हमें भी है,
उम्मीद - ए - आसमां से ख़त आने का इंतजार हमें भी है,
manjula chauhan
उनको घरों में भी सीलन आती है,
उनको घरों में भी सीलन आती है,
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
शून्य हो रही संवेदना को धरती पर फैलाओ
शून्य हो रही संवेदना को धरती पर फैलाओ
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
अब हम क्या करे.....
अब हम क्या करे.....
Umender kumar
2621.पूर्णिका
2621.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
देशभक्त मातृभक्त पितृभक्त गुरुभक्त चरित्रवान विद्वान बुद्धिम
देशभक्त मातृभक्त पितृभक्त गुरुभक्त चरित्रवान विद्वान बुद्धिम
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
💐Prodigy Love-32💐
💐Prodigy Love-32💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
तुम्हारी आँखें...।
तुम्हारी आँखें...।
Awadhesh Kumar Singh
Loading...