Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Jun 2021 · 1 min read

खिताब

विषय…..खिताब
विधा ….. ग़ज़ल
दिनांक….21/06/21

………. ग़ज़ल
दे सको तो, मुझको तुम किताब दे दो।
मेरे हिस्से का मुझे, हिसाब दे दो।।

जाने कब से कर रहे हो, गुमराह हमको।
आज सवालों का मेरे, जवाब दे दो।।

मैंने चाहा मैंने माना, तुमको अपना ।
कुछ नहीं बस ,एक तुम गुलाब दे दो।।

है नहीं मुमकिन यदि, कुछ भी ए-सागर।
बेवफाई का मुझे, खिताब दे दो।।
=======
जनकवि/बेखौफ शायर
डॉ. नरेश कुमार “सागर”
हापुड़, उत्तर प्रदेश

534 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ऊपर बने रिश्ते
ऊपर बने रिश्ते
विजय कुमार अग्रवाल
उस दिन पर लानत भेजता  हूं,
उस दिन पर लानत भेजता हूं,
Vishal babu (vishu)
अंगारों को हवा देते हैं. . .
अंगारों को हवा देते हैं. . .
sushil sarna
छोटे गाँव का लड़का था मैं
छोटे गाँव का लड़का था मैं
The_dk_poetry
कब भोर हुई कब सांझ ढली
कब भोर हुई कब सांझ ढली
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
विद्याधन
विद्याधन
Dr. Pradeep Kumar Sharma
नरसिंह अवतार
नरसिंह अवतार
Shashi kala vyas
किताबें भी बिल्कुल मेरी तरह हैं
किताबें भी बिल्कुल मेरी तरह हैं
Vivek Pandey
हमें पता है कि तुम बुलाओगे नहीं
हमें पता है कि तुम बुलाओगे नहीं
VINOD CHAUHAN
"कोयल"
Dr. Kishan tandon kranti
గురు శిష్యుల బంధము
గురు శిష్యుల బంధము
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
सरेआम जब कभी मसअलों की बात आई
सरेआम जब कभी मसअलों की बात आई
Maroof aalam
एक दिन आना ही होगा🌹🙏
एक दिन आना ही होगा🌹🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
तू इश्क, तू खूदा
तू इश्क, तू खूदा
लक्ष्मी सिंह
#शेर-
#शेर-
*Author प्रणय प्रभात*
तमाम आरजूओं के बीच बस एक तुम्हारी तमन्ना,
तमाम आरजूओं के बीच बस एक तुम्हारी तमन्ना,
Shalini Mishra Tiwari
तीन मुट्ठी तन्दुल
तीन मुट्ठी तन्दुल
कार्तिक नितिन शर्मा
असोक विजयदसमी
असोक विजयदसमी
Mahender Singh
जनाब पद का नहीं किरदार का गुरुर कीजिए,
जनाब पद का नहीं किरदार का गुरुर कीजिए,
शेखर सिंह
छोटी छोटी खुशियों से भी जीवन में सुख का अक्षय संचार होता है।
छोटी छोटी खुशियों से भी जीवन में सुख का अक्षय संचार होता है।
Dr MusafiR BaithA
तस्वीर
तस्वीर
Dr. Seema Varma
कहमुकरी
कहमुकरी
डॉ.सीमा अग्रवाल
Ek jindagi ke sapne hajar,
Ek jindagi ke sapne hajar,
Sakshi Tripathi
त्वमेव जयते
त्वमेव जयते
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*चरण पादुका भरत उठाए (कुछ चौपाइयॉं)*
*चरण पादुका भरत उठाए (कुछ चौपाइयॉं)*
Ravi Prakash
बस मुझे महसूस करे
बस मुझे महसूस करे
Pratibha Pandey
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
अभी मेरी बरबादियों का दौर है
अभी मेरी बरबादियों का दौर है
पूर्वार्थ
2542.पूर्णिका
2542.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
गहरा है रिश्ता
गहरा है रिश्ता
Surinder blackpen
Loading...