खिड़की में भीगता मौसम
बाहर तूफ़ानी मूसलाधार बरसात
और एक खिड़की में भीगता मौसम
खिड़की की सींखचों से बाहर
देखती उसकी आँखें
एक मौसम उसकी आँखों में
उतर आता है
मन का एक सूखा सूना कोना
बाहर की बरसात से पिघलता
भीगता, बहने लगता है
बरसों से दफ़न जज़्बात
अंगड़ाई ले उठने लगते हैं
और खिड़की में एक मौसम
भीगने लगता है…
©️कंचन”अद्वैता”