खाली हाँथ आया था
खाली हाँथ आया था खाली चला गया
गुलशन से मायूस होकर माली चला गया
कदमोँ मेँ जिसके डाल दी सारे जहाँ की नेमतेँ
वही आज मुझको देकर गाली चला गया
खाली हाँथ आया था खाली चला गया
गुलशन से मायूस होकर माली चला गया
कदमोँ मेँ जिसके डाल दी सारे जहाँ की नेमतेँ
वही आज मुझको देकर गाली चला गया