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17 May 2021 · 1 min read

खालिस बरसात

हो अगर तेरे दिल के दरिया में
मेरी खताओं को बेदाग करने का दम
फिर से एक बार कर दे बेदाग मुझे
मेरी खताओं की फेहरिस्त का
तो पता नही कब खत्म होंगी
तेरे दिल के दरिया में फिर भी
खालिस बरसात के पानी की
मौज ही मौज है।।

?️©️®️ Manjul मनोचा ©️®️?️

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