खालिस बरसात
हो अगर तेरे दिल के दरिया में
मेरी खताओं को बेदाग करने का दम
फिर से एक बार कर दे बेदाग मुझे
मेरी खताओं की फेहरिस्त का
तो पता नही कब खत्म होंगी
तेरे दिल के दरिया में फिर भी
खालिस बरसात के पानी की
मौज ही मौज है।।
?️©️®️ Manjul मनोचा ©️®️?️