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14 Nov 2022 · 1 min read

खामोशी

बोहत कुछ कहना था मुझे भी पर मैने चुप रहना मुनासिफ समझा….
क्योंकि जो तुम्हारी खामोशी को नहीं समझे वो क्या तुम्हारी बातों को समझेंगे….

Language: Hindi
79 Views
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