खामोशियाँ
ख़ामोशी से पन्नों पर
लिख दी जिंदगी ….
कुछ आरज़ू लिखी
कुछ ज़ुस्तज़ू लिखी …
या यूँ कहिए जो बीत गई
वो पूरी एक सदी लिखी ….
हँसने और रोने की
कुछ वज़ह लिख दी …
इस तरह जिंदगी
पन्नों में सिमट गई ….
मिशा
ख़ामोशी से पन्नों पर
लिख दी जिंदगी ….
कुछ आरज़ू लिखी
कुछ ज़ुस्तज़ू लिखी …
या यूँ कहिए जो बीत गई
वो पूरी एक सदी लिखी ….
हँसने और रोने की
कुछ वज़ह लिख दी …
इस तरह जिंदगी
पन्नों में सिमट गई ….
मिशा