Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 May 2021 · 1 min read

ख़्वाबों को सच करके है दिखलाना !

ख़्वाबों को सच करके है दिखलाना !
___________________________

आपकी नेक सलाह सर ऑंखों पर !
गौर कर लिया है मैंने उन हर बातों पर !
बस ध्यान दूंगा मैं अब अपने कर्मों पर !
शायद खड़ा उतर सकूॅं सबकी उम्मीदों पर !!

शायद ही पूरा हो पाएगा मेरा यह सपना !
सबकी उम्मीदों पर अच्छे से खड़ा मेरा उतरना !
सिर्फ़ भावनाओं में ही नहीं है मुझे यूॅं ही बहना !
कभी – कभी, कुछ-न-कुछ है मुझे करते रहना !!

पर बहुत कुछ जीवन में है मुझको सहना !
सदा अनुकूल परिस्थिति की तलाश में है रहना !
सिर्फ बातों से ही नहीं है किसी को लुभाना !
हर मोड़ पर ही खुद को है सिद्ध करते जाना !!

डर लगता है कहीं बनके ना रह जाए ये सपना !
करना पड़ रहा मुझे कुछ मुश्किलों का सामना !
अच्छी तरह आता मुझे वक्त के साथ जूझना !
पर सबको वक्त के आगे पड़ता कभी झुकना !!

मुझे आज के हालात से है कुछ सामंजस्य बिठाना !
मुश्किलात के बादल को हटा हल ढूॅंढ़ निकालना !
इर्द – गिर्द के वातावरण से जड़ता को दूर भगाना !
प्रतिकूल हवाओं के रुख को सन्मुख में ले आना !!

लचीले सोच के पहिए से जीवन की गाड़ी है दौड़ाना !
वक्त बेवक्त रफ्तार उसकी तेज़ और मंद करते जाना !
इसी तरह कर्त्तव्य-पथ पर है अपना कर्म करते जाना !
एक दिन सुंदर से ख़्वाबों को सच करके है दिखलाना !!

स्वरचित एवं मौलिक ।

© अजित कुमार कर्ण ।
किशनगंज ( बिहार )

Language: Hindi
9 Likes · 2 Comments · 588 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"वो दौर"
Dr. Kishan tandon kranti
मनुष्य प्रवृत्ति
मनुष्य प्रवृत्ति
विजय कुमार अग्रवाल
आसान बात नहीं हैं,‘विद्यार्थी’ हो जाना
आसान बात नहीं हैं,‘विद्यार्थी’ हो जाना
Keshav kishor Kumar
Shankar lal Dwivedi and Gopal Das Neeraj together in a Kavi sammelan
Shankar lal Dwivedi and Gopal Das Neeraj together in a Kavi sammelan
Shankar lal Dwivedi (1941-81)
Festival Of Lights Goa Parra Village
Festival Of Lights Goa Parra Village
Sonam Puneet Dubey
शिवोहं
शिवोहं
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
तुम हकीकत में वहीं हो जैसी तुम्हारी सोच है।
तुम हकीकत में वहीं हो जैसी तुम्हारी सोच है।
Rj Anand Prajapati
मेरे कुछ मुक्तक
मेरे कुछ मुक्तक
Sushila joshi
3963.💐 *पूर्णिका* 💐
3963.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
वो तुम्हारी पसंद को अपना मानता है और
वो तुम्हारी पसंद को अपना मानता है और
Rekha khichi
खोने के लिए कुछ ख़ास नहीं
खोने के लिए कुछ ख़ास नहीं
The_dk_poetry
😢 कड़वा सच
😢 कड़वा सच
*प्रणय*
हमारे ख्याब
हमारे ख्याब
Aisha Mohan
नमन है_मेरा वीर_नारी आप_को..🙏💐
नमन है_मेरा वीर_नारी आप_को..🙏💐
Shubham Pandey (S P)
*वो मेरी मांँ है*
*वो मेरी मांँ है*
Dushyant Kumar
अन्तस के हर घाव का,
अन्तस के हर घाव का,
sushil sarna
ग़ज़ल _ नसीबों से उलझता ही रहा हूँ मैं ,,
ग़ज़ल _ नसीबों से उलझता ही रहा हूँ मैं ,,
Neelofar Khan
*दिन-दूनी निशि चौगुनी, रिश्वत भरी बयार* *(कुंडलिया)*
*दिन-दूनी निशि चौगुनी, रिश्वत भरी बयार* *(कुंडलिया)*
Ravi Prakash
आज़ मैंने फिर सादगी को बड़े क़रीब से देखा,
आज़ मैंने फिर सादगी को बड़े क़रीब से देखा,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मुझे आने तो दो
मुझे आने तो दो
Satish Srijan
मेरे राम
मेरे राम
Ajay Mishra
सरस्वती वंदना
सरस्वती वंदना
Neeraj Mishra " नीर "
हज़ल
हज़ल
प्रीतम श्रावस्तवी
वरदान है बेटी💐
वरदान है बेटी💐
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
50….behr-e-hindi Mutqaarib musaddas mahzuuf
50….behr-e-hindi Mutqaarib musaddas mahzuuf
sushil yadav
शिकवा नहीं मुझे किसी से
शिकवा नहीं मुझे किसी से
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
24, *ईक्सवी- सदी*
24, *ईक्सवी- सदी*
Dr .Shweta sood 'Madhu'
गुरु पूर्णिमा
गुरु पूर्णिमा
Ram Krishan Rastogi
यह कहते हुए मुझको गर्व होता है
यह कहते हुए मुझको गर्व होता है
gurudeenverma198
Choose a man or women with a good heart no matter what his f
Choose a man or women with a good heart no matter what his f
पूर्वार्थ
Loading...