Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 May 2024 · 1 min read

ख़ुश रहना है

1)मेरी बेताब धड़कन और मेरी हसरत समझने को
तुम्हारी इक नज़र काफ़ी है मेरा हाल पढ़ने को

2)तुम्हारी एक आहट पर ही हम बेचैन रहते हैं
और उस पर ज़ुल्म पायल का करे बेताब मिलने को

3)ये तेरी चुलबुली बातें अदाओं के हसीं नश्तर
ये काली ज़ुल्फ़ के बादल बुलाते हैं बहकने को

4)बहुत बेदर्द यादें हैं सनम गुज़रे ज़माने की
रखीं सबसे छुपाकर हमने रोने और तड़पने को

5)जो इक सपना संजोया था तेरे साए में जीने का
ख़यालों का वो हर मंज़र फक़त बाक़ी तरसने को

6)मेरी ख़्वाहिश दिवानी ढूंढती दिन रात बस तुमको
अता हो चैन गर साया मिले तेरा लिपटने को

7)यही शायद लक़ीरों में लिखा था मंतशा रब ने
जुदाई का ज़हर पीकर भी ख़ुश रहना है दिखने को

🌹मोनिका मंतशा🌹

Language: Hindi
1 Like · 43 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
* पिता पुत्र का अनोखा रिश्ता*
* पिता पुत्र का अनोखा रिश्ता*
पूर्वार्थ
अधूरे रह गये जो स्वप्न वो पूरे करेंगे
अधूरे रह गये जो स्वप्न वो पूरे करेंगे
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
फितरत
फितरत
Dr. Seema Varma
प्रेम और पुष्प, होता है सो होता है, जिस तरह पुष्प को जहां भी
प्रेम और पुष्प, होता है सो होता है, जिस तरह पुष्प को जहां भी
Sanjay ' शून्य'
"बोली-दिल से होली"
Dr. Kishan tandon kranti
कृषक
कृषक
साहिल
प्यार का नाम मेरे दिल से मिटाया तूने।
प्यार का नाम मेरे दिल से मिटाया तूने।
Phool gufran
ग्रहस्थी
ग्रहस्थी
Bodhisatva kastooriya
प्यार समंदर
प्यार समंदर
Ramswaroop Dinkar
//सुविचार//
//सुविचार//
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
ग़म भूल जाइए,होली में अबकी बार
ग़म भूल जाइए,होली में अबकी बार
Shweta Soni
■ आज की मांग
■ आज की मांग
*प्रणय प्रभात*
खैरात बांटने वाला भी ख़ुद भिखारी बन जाता है,
खैरात बांटने वाला भी ख़ुद भिखारी बन जाता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अकिंचित ,असहाय और निरीह को सहानभूति की आवश्यकता होती है पर अ
अकिंचित ,असहाय और निरीह को सहानभूति की आवश्यकता होती है पर अ
DrLakshman Jha Parimal
खिड़की के बाहर दिखती पहाड़ी
खिड़की के बाहर दिखती पहाड़ी
Awadhesh Singh
मेरी एक बार साहेब को मौत के कुएं में मोटरसाइकिल
मेरी एक बार साहेब को मौत के कुएं में मोटरसाइकिल
शेखर सिंह
आप और हम जीवन के सच............. हमारी सोच
आप और हम जीवन के सच............. हमारी सोच
Neeraj Agarwal
*दिल का आदाब ले जाना*
*दिल का आदाब ले जाना*
sudhir kumar
शिव तेरा नाम
शिव तेरा नाम
Swami Ganganiya
प्रो. दलजीत कुमार बने पर्यावरण के प्रहरी
प्रो. दलजीत कुमार बने पर्यावरण के प्रहरी
Nasib Sabharwal
2644.पूर्णिका
2644.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
ज़िंदगी पर तो
ज़िंदगी पर तो
Dr fauzia Naseem shad
श्रमिक
श्रमिक
Neelam Sharma
विश्वास
विश्वास
Dr. Pradeep Kumar Sharma
हिन्दू मुस्लिम करता फिर रहा,अब तू क्यों गलियारे में।
हिन्दू मुस्लिम करता फिर रहा,अब तू क्यों गलियारे में।
शायर देव मेहरानियां
Every moment has its own saga
Every moment has its own saga
कुमार
Irritable Bowel Syndrome
Irritable Bowel Syndrome
Tushar Jagawat
बस एक प्रहार कटु वचन का - मन बर्फ हो जाए
बस एक प्रहार कटु वचन का - मन बर्फ हो जाए
Atul "Krishn"
सन्देश खाली
सन्देश खाली
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
Loading...