ख़ुशियाँ हो जीवन में, गुलाब होने का हर्ष रहे
ख़ुशियाँ हो जीवन में, गुलाब होने का हर्ष रहे।
मुख पर मुस्क़ान बसे, आँखों में मंज़िल स्पर्श रहे।।
आर. एस. ‘प्रीतम’
ख़ुशियाँ हो जीवन में, गुलाब होने का हर्ष रहे।
मुख पर मुस्क़ान बसे, आँखों में मंज़िल स्पर्श रहे।।
आर. एस. ‘प्रीतम’