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ओसमणी साहू 'ओश'
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19 Feb 2024 · 1 min read
ख़ुद पे गुजरी तो मेरे नसीहतगार,
ख़ुद पे गुजरी तो मेरे नसीहतगार,
मयखाने को निकल पड़े।
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