Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Nov 2016 · 1 min read

ख़ुदाया प्यार में यूँ बंदगी अच्छी लगी..

ख़ुदाया प्यार में यूँ बंदगी अच्छी लगी
रही मैं ना मैं मुझे बेखुदी अच्छी लगी

खलाएँ जीस्त की मेरी तमाम भर गई
मिला साथ तेरा तो हर कमी अच्छी लगी

वक़्त ने दिखाए रंग वो कि बस में कुछ न था
कभी अंधेरा कभी रोशनी अच्छी लगी

डर नहीं मुरझा जाने का कोई हो मौसम
जहाँ में काँटों से भी दोस्ती अच्छी लगी

भले दुनियाँ कहे बुरा तुम्हें ए दर्द मिरे
मगर साथ तुम्हारे ज़िंदगी अच्छी लगी

दिया हौसला और कुछ सबक़-ओ-दाँव-पेंच
मुसीबत राहों में जो भी मिली अच्छी लगी

लगा के दिल किसी से झूठी माया जान ली
इसीलिए ‘सरु’ को दिल की लगी अच्छी लगी

—-सुरेश सांगवान’सरु’

231 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जड़ता है सरिस बबूल के, देती संकट शूल।
जड़ता है सरिस बबूल के, देती संकट शूल।
आर.एस. 'प्रीतम'
सिर्फ अपना उत्थान
सिर्फ अपना उत्थान
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
उल्फत अय्यार होता है कभी कबार
उल्फत अय्यार होता है कभी कबार
Vansh Agarwal
|| तेवरी ||
|| तेवरी ||
कवि रमेशराज
यूं ही कोई लेखक नहीं बन जाता।
यूं ही कोई लेखक नहीं बन जाता।
Sunil Maheshwari
दूर तक आ गए मुश्किल लग रही है वापसी
दूर तक आ गए मुश्किल लग रही है वापसी
गुप्तरत्न
मां तुम्हारा जाना
मां तुम्हारा जाना
अनिल कुमार निश्छल
😊 लघुकथा :--
😊 लघुकथा :--
*प्रणय प्रभात*
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
*पानी केरा बुदबुदा*
*पानी केरा बुदबुदा*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
"वेश्या"
Dr. Kishan tandon kranti
इंसानों के अंदर हर पल प्रतिस्पर्धा,स्वार्थ,लालच,वासना,धन,लोभ
इंसानों के अंदर हर पल प्रतिस्पर्धा,स्वार्थ,लालच,वासना,धन,लोभ
Rj Anand Prajapati
जीवन की
जीवन की
Dr fauzia Naseem shad
""मेरे गुरु की ही कृपा है कि_
Rajesh vyas
बेवक्त बारिश होने से ..
बेवक्त बारिश होने से ..
Keshav kishor Kumar
पंख पतंगे के मिले,
पंख पतंगे के मिले,
sushil sarna
"वो प्रेमिका बन जाती है"
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
*टमाटर (बाल कविता)*
*टमाटर (बाल कविता)*
Ravi Prakash
पहाड़ के गांव,एक गांव से पलायन पर मेरे भाव ,
पहाड़ के गांव,एक गांव से पलायन पर मेरे भाव ,
Mohan Pandey
बहुत समय हो गया, मैं कल आया,
बहुत समय हो गया, मैं कल आया,
पूर्वार्थ
सफलता यूं ही नहीं मिल जाती है।
सफलता यूं ही नहीं मिल जाती है।
नेताम आर सी
वो जो मुझको रुलाए बैठा है
वो जो मुझको रुलाए बैठा है
काजू निषाद
मन चाहे कुछ कहना .. .. !!
मन चाहे कुछ कहना .. .. !!
Kanchan Khanna
वक्त जब बदलता है
वक्त जब बदलता है
Surinder blackpen
*An Awakening*
*An Awakening*
Poonam Matia
Under this naked sky, I wish to hold you in my arms tight.
Under this naked sky, I wish to hold you in my arms tight.
Manisha Manjari
शब्द
शब्द
Sûrëkhâ
संस्कारों का चोला जबरजस्ती पहना नहीं जा सकता है यह
संस्कारों का चोला जबरजस्ती पहना नहीं जा सकता है यह
Sonam Puneet Dubey
प्यार और विश्वास
प्यार और विश्वास
Harminder Kaur
नई शुरुआत
नई शुरुआत
Neeraj Agarwal
Loading...