Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Jul 2024 · 1 min read

ख़ुदकुशी का एक तरीका बड़ा जाना पहचाना है,

ख़ुदकुशी का एक तरीका बड़ा जाना पहचाना है,
नींद की दवाएं लेकर बस दर्द और गम भुलाना है

©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”

67 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
समय न मिलना यें तो बस एक बहाना है
समय न मिलना यें तो बस एक बहाना है
Keshav kishor Kumar
बेचैन थी लहरें समंदर की अभी तूफ़ान से - मीनाक्षी मासूम
बेचैन थी लहरें समंदर की अभी तूफ़ान से - मीनाक्षी मासूम
Meenakshi Masoom
इस क़दर उलझे हुए हैं अपनी नई ज़िंदगी से,
इस क़दर उलझे हुए हैं अपनी नई ज़िंदगी से,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*स्वतंत्रता संग्राम के तपस्वी श्री सतीश चंद्र गुप्त एडवोकेट*
*स्वतंत्रता संग्राम के तपस्वी श्री सतीश चंद्र गुप्त एडवोकेट*
Ravi Prakash
पिता' शब्द है जीवन दर्शन,माँ जीवन का सार,
पिता' शब्द है जीवन दर्शन,माँ जीवन का सार,
Rituraj shivem verma
*कक्षा पांचवीं (संस्मरण)*
*कक्षा पांचवीं (संस्मरण)*
Pankaj Bindas
आहट बता गयी
आहट बता गयी
भरत कुमार सोलंकी
पहने कपड़े सुनहरे चमकती हुई
पहने कपड़े सुनहरे चमकती हुई
Sandeep Thakur
तन्हा तन्हा ही चलना होगा
तन्हा तन्हा ही चलना होगा
AMRESH KUMAR VERMA
The engulfing darkness and the silence stretched too long,
The engulfing darkness and the silence stretched too long,
Manisha Manjari
जो चीज आपको चैलेंज करती है,
जो चीज आपको चैलेंज करती है,
Anand Kumar Singh
हिन्दी भाषा
हिन्दी भाषा
surenderpal vaidya
शादी के बाद भी अगर एक इंसान का अपने परिवार के प्रति अतिरेक ज
शादी के बाद भी अगर एक इंसान का अपने परिवार के प्रति अतिरेक ज
पूर्वार्थ
"अचरज "
Dr. Kishan tandon kranti
अल्फ़ाज़ हमारे”
अल्फ़ाज़ हमारे”
Yogendra Chaturwedi
जब निहत्था हुआ कर्ण
जब निहत्था हुआ कर्ण
Paras Nath Jha
कितने एहसास हैं
कितने एहसास हैं
Dr fauzia Naseem shad
कोई यहां अब कुछ नहीं किसी को बताता है,
कोई यहां अब कुछ नहीं किसी को बताता है,
manjula chauhan
कुंडलिया. . .
कुंडलिया. . .
sushil sarna
दवाइयां जब महंगी हो जाती हैं, ग़रीब तब ताबीज पर यकीन करने लग
दवाइयां जब महंगी हो जाती हैं, ग़रीब तब ताबीज पर यकीन करने लग
Jogendar singh
जितना मिला है उतने में ही खुश रहो मेरे दोस्त
जितना मिला है उतने में ही खुश रहो मेरे दोस्त
कृष्णकांत गुर्जर
शीर्षक - नागपंचमी....... एक प्रथा
शीर्षक - नागपंचमी....... एक प्रथा
Neeraj Agarwal
माँ का द्वार
माँ का द्वार
रुपेश कुमार
मुझको निभाना होगा अपना वचन
मुझको निभाना होगा अपना वचन
gurudeenverma198
जिंदगी तेरे सफर में क्या-कुछ ना रह गया
जिंदगी तेरे सफर में क्या-कुछ ना रह गया
VINOD CHAUHAN
दिल तड़प उठता है, जब भी तेरी याद आती है,😥
दिल तड़प उठता है, जब भी तेरी याद आती है,😥
SPK Sachin Lodhi
मेरे राम
मेरे राम
Ajay Mishra
శ్రీ గాయత్రి నమోస్తుతే..
శ్రీ గాయత్రి నమోస్తుతే..
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
4049.💐 *पूर्णिका* 💐
4049.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
#मुक्तक-
#मुक्तक-
*प्रणय*
Loading...