Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Dec 2016 · 1 min read

ख़ामोश रहकर बोलते हैं रंग तस्वीर के

ख़ामोश रहकर बोलते हैं रंग तस्वीर के
राज़ कितने ही खोलते हैं ढंग तस्वीर के

एक उम्र लगा के आया है परिंदा मंज़िल पे
तंग आसमाँ भी रास्ते हैं तंग तस्वीर के

आँखों में उतरा जाए है हाय नशा इस क़दर
बहकी अदाओं से चूर हैं अंग तस्वीर के

बुलाओ बिजलियों को जला भी दे आशियाँ को
आलम-ए-बरसात में अंग हुए भंग तस्वीर के

ये हालात- ओ – ख़्यालात भी बदल जाएँगे
उतार पाएगा क्या कोई जंग तस्वीर के

खो न जाए ये रंग-ओ-बू सदाओं की तरह
दर – ओ – दीवार पे सजालो रंग तस्वीर के

दिखाए हैं नक्श-ए-पा आने वाली दुनियाँ के
यूँ चराग़-ए-रहगुज़र रही ‘सॅरू’ संग तस्वीर के

203 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
संवेदना
संवेदना
नेताम आर सी
राममय जगत
राममय जगत
बिमल तिवारी “आत्मबोध”
ये साल भी इतना FAST गुजरा की
ये साल भी इतना FAST गुजरा की
Ranjeet kumar patre
💐प्रेम कौतुक-545💐
💐प्रेम कौतुक-545💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
फिर वही शाम ए गम,
फिर वही शाम ए गम,
ओनिका सेतिया 'अनु '
देखो ना आया तेरा लाल
देखो ना आया तेरा लाल
Basant Bhagawan Roy
अर्थव्यवस्था और देश की हालात
अर्थव्यवस्था और देश की हालात
Mahender Singh
यह अपना रिश्ता कभी होगा नहीं
यह अपना रिश्ता कभी होगा नहीं
gurudeenverma198
मोमबत्ती की रौशनी की तरह,
मोमबत्ती की रौशनी की तरह,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
'नव कुंडलिया 'राज' छंद' में रमेशराज के 4 प्रणय गीत
'नव कुंडलिया 'राज' छंद' में रमेशराज के 4 प्रणय गीत
कवि रमेशराज
* मुस्कुराते नहीं *
* मुस्कुराते नहीं *
surenderpal vaidya
घर पर घर
घर पर घर
Surinder blackpen
2940.*पूर्णिका*
2940.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कविता के अ-भाव से उपजी एक कविता / MUSAFIR BAITHA
कविता के अ-भाव से उपजी एक कविता / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
love or romamce is all about now  a days is only physical in
love or romamce is all about now a days is only physical in
पूर्वार्थ
*शिवाजी का आह्वान*
*शिवाजी का आह्वान*
कवि अनिल कुमार पँचोली
बीमारी सबसे बुरी , हर लेती है प्राण (कुंडलिया)
बीमारी सबसे बुरी , हर लेती है प्राण (कुंडलिया)
Ravi Prakash
क्या अजीब बात है
क्या अजीब बात है
Atul "Krishn"
18, गरीब कौन
18, गरीब कौन
Dr Shweta sood
फितरत कभी नहीं बदलती
फितरत कभी नहीं बदलती
Madhavi Srivastava
दुनिया में कुछ चीजे कभी नही मिटाई जा सकती, जैसे कुछ चोटे अपन
दुनिया में कुछ चीजे कभी नही मिटाई जा सकती, जैसे कुछ चोटे अपन
Soniya Goswami
नवरात्रि - गीत
नवरात्रि - गीत
Neeraj Agarwal
कागजी फूलों से
कागजी फूलों से
Satish Srijan
खुशनसीब
खुशनसीब
Naushaba Suriya
ड्रीम-टीम व जुआ-सटा
ड्रीम-टीम व जुआ-सटा
Anil chobisa
सर्वोपरि है राष्ट्र
सर्वोपरि है राष्ट्र
Dr. Harvinder Singh Bakshi
ज्ञानवान के दीप्त भाल पर
ज्ञानवान के दीप्त भाल पर
महेश चन्द्र त्रिपाठी
सत्ता परिवर्तन
सत्ता परिवर्तन
Dr. Pradeep Kumar Sharma
"तजुर्बा"
Dr. Kishan tandon kranti
#प्रातःवंदन
#प्रातःवंदन
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...