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10 Jun 2023 · 1 min read

ख़ामोशी जो पढ़ सके,

ख़ामोशी जो पढ़ सके,
वही हमारा मित्र
खींचे वरना ग़ैर भी,
भांति-भांति के चित्र
–महावीर उत्तरांचली

1 Like · 2 Comments · 310 Views
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