!! ख़फ़ा!!
!! ख़फ़ा!!
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जो कल तक मुझे अपना समझते थे,
वे आज मुझसे ख़फ़ा है
इसलिए क्योंकि मैं
उनके लिए झूठ बोल नहीं सकता
और नहीं सच छुपा सकता हूं।
किसी के तुक्ष कामों के लिए
अपना चरित्र गवां नहीं सकता हूं।
@जय लगन कुमार हैप्पी
बेतिया, बिहार।