खयाल
जानती हूं बदल गया हर मौसम हर दिन हर रात के साथ।
नहीं है वो बारिशों के दिन ,नहीं है वो सर्द रातें।
नहीं है वो अब तुम और नहीं है वो अब हम।
गुजर गए वो दिन गुजर गई वो रातें।
हैं तो बस मेरी तन्हाई और तुम्हारी यादें।
मेरा ख्याल भी तुम ही हो।
मेरी हर चाहत भी तुम ही हो।
पर शायद यह भी मेरा ख्याल है।
कि मेरे हर ख्याल में तुम ही हो।
अपने ख्यालों में सोचने से भी तुमको डरता है यह दिल।
पर क्या करें दिल की खयालों में भी तो तुम ही हो।
मन करता है कि बंद कर लो इन खयालों को पलकों में अपने।
पर क्या करूं यह भी तो एक ख्याल ही है ।।
जानती हूं बदल गया हर मौसम हर दिन हर रात के साथ।
हैं तो बस मेरी तन्हाई और तुम्हारी यादें ।