खफा
दुश्मनों की बात मत पूंछों ,
दोस्त भी बर्दाश्त नहीं होते ।
न जाने क्या हो गया मुझको !
खुद से बहुत खफा हूँ मैं ।
ला देता वक्त से पहले कयामत ।
अच्छा हुआ खुदा नहीं हूँ मैं । ………रवि
दुश्मनों की बात मत पूंछों ,
दोस्त भी बर्दाश्त नहीं होते ।
न जाने क्या हो गया मुझको !
खुद से बहुत खफा हूँ मैं ।
ला देता वक्त से पहले कयामत ।
अच्छा हुआ खुदा नहीं हूँ मैं । ………रवि