Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Oct 2020 · 1 min read

खनकता ही रहा

***** खनकता ही रहा ****
**********************

पायल सा मै खनकता ही रहा
अपनों से सदैव ठगता ही रहा

अबतक ठोकरें ही ठोकरें खाई
जिन्दगी में आगे बढता ही रहा

पूर्वा सुहानी सदा चलती रही
पछवाँ में सदा मैं घुटता ही रहा

गुलों से हैं गुलशन महकते रहे
गुल पंखुड़ी सा झड़ता ही रहा

लोग मिलते रहे यूँ बिछड़ते रहे
मैं स्थिर शिथिल देखता ही रहा

परिन्दे स्वछंद नभ में उड़ते रहे
अहेरी के अहेर फँसता ही रहा

मेघ बनते रहे और बरसते रहे
मैं बरसा नहीं गरजता ही रहा

प्रेम के खेल में सब जीत गए
ईश्के की बाजी हारता ही रहा

प्रेम संगीत से आनन्दित हुए
घूँघरू की तरह बजता ही रहा

पायल सा मैं खनकता ही रहा
अपनों से सदैव ठगता ही रहा
**********************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

Language: Hindi
1 Like · 258 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

ਰਿਸ਼ਤਿਆਂ ਦੀਆਂ ਤਿਜਾਰਤਾਂ
ਰਿਸ਼ਤਿਆਂ ਦੀਆਂ ਤਿਜਾਰਤਾਂ
Surinder blackpen
इश्क़
इश्क़
ओनिका सेतिया 'अनु '
पता ही नहीं चलता यार
पता ही नहीं चलता यार
पूर्वार्थ
बारिश
बारिश
Rambali Mishra
नैनों की मधुरशाला में खो गया मैं,
नैनों की मधुरशाला में खो गया मैं,
Shambhavi Johri
यदि हमें अपने वास्तविक स्वरूप का दर्शन करना है फिर हमें बाहर
यदि हमें अपने वास्तविक स्वरूप का दर्शन करना है फिर हमें बाहर
Ravikesh Jha
दोहा पंचक. . . . . गर्मी
दोहा पंचक. . . . . गर्मी
sushil sarna
अब वो रूमानी दिन रात कहाँ
अब वो रूमानी दिन रात कहाँ
Shreedhar
आंदोलन की जरूरत क्यों है
आंदोलन की जरूरत क्यों है
नेताम आर सी
सद्विचार
सद्विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
प्यार की दास्तान
प्यार की दास्तान
इंजी. संजय श्रीवास्तव
दम तोड़ते अहसास।
दम तोड़ते अहसास।
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
*कैसे हार मान लूं
*कैसे हार मान लूं
Suryakant Dwivedi
शृंगारिक अभिलेखन
शृंगारिक अभिलेखन
DR ARUN KUMAR SHASTRI
सम्मान तुम्हारा बढ़ जाता श्री राम चरण में झुक जाते।
सम्मान तुम्हारा बढ़ जाता श्री राम चरण में झुक जाते।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
आया होली पर्व
आया होली पर्व
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
कहां जाके लुकाबों
कहां जाके लुकाबों
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
समय की पुकार
समय की पुकार
Shyam Sundar Subramanian
शीर्षक – जीवन पथ
शीर्षक – जीवन पथ
Manju sagar
#पथ-प्रदीप
#पथ-प्रदीप
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
"कुर्सी दौड़
Dr. Kishan tandon kranti
#देसी ग़ज़ल
#देसी ग़ज़ल
*प्रणय*
सांवरियाँ तेरे दर्शन करने- भजन अरविंद भारद्वाज
सांवरियाँ तेरे दर्शन करने- भजन अरविंद भारद्वाज
अरविंद भारद्वाज
शिव जी
शिव जी
Sudhir srivastava
Zomclub mang đến một không gian giải trí cá cược đẳng cấp vớ
Zomclub mang đến một không gian giải trí cá cược đẳng cấp vớ
zomclubicu
मेरी ज़िन्दगी
मेरी ज़िन्दगी
Shailendra Aseem
एक ख्याल हो तुम
एक ख्याल हो तुम
Chitra Bisht
नकाब खुशी का
नकाब खुशी का
Namita Gupta
ताप जगत के झेलकर, मुरझा हृदय-प्रसून।
ताप जगत के झेलकर, मुरझा हृदय-प्रसून।
डॉ.सीमा अग्रवाल
2711.*पूर्णिका*
2711.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...