Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Jan 2024 · 2 min read

खता तो हुई है …

खता तो हुई है, मगर सिर्फ इतनी,
न तुम हमको समझे, न हम तुमको समझे,
खता तो हुई है …

मैं जिंदगी के हर इक मोड़ पर ,
सफल से सफलतम हुआ जा रहा था,
व्यस्त से व्यस्ततम हुआ जा रहा था,
मगर ये न सोचा किसी एक क्षण भी,
कि जीवन में जो राहें हमने चुनी थी,
रेशमी परितृप्तियां जो हमने बुनी थीं
उन राहों में तुम ही तो मेरी राजदां थी,
तेरी तन्हाइयां ही तो मेरा आशियां थीं,

उनमें अकेले तुम्हें छोड़कर मैं,
दूर बहुत दूर तक जा चुका था,
सब कुछ पाने की ही तमन्ना में,
सब कुछ गंवाने की हद में आ चुका था,
सोचा था सारे जहाँ की सफलता,
लाके तेरे कदमों में डाल दूंगा,
फिर शेष जीवन तेरे साथ,
तेरी ही चाह में काट दूंगा,

मगर तोड़ दी तुमने सब वर्जनायें,
मन में बसीं वो मधुर कामनायें,
सोचा न क्यों तुमने इस तरह से,
कि जब भी मैं गुजरूंगा,
उन हरी वादियों से,
हर कदम हमकदम, तेरा अहसास होगा,
मन को लुभाते हर कली फूल में,
तेरी खन-खन हॅसी का आभास होगा,

जहाँ तुमने मुझसे कहा था मेरे प्रिय,
काश कि वक्त यही थम जाता,
खोई ही रहती मैं ऐसे ही तुममें,
काश कुछ वक्त और मिल जाता,
मगर अब न कुछ भी है पास मेरे,
सपने भी सब, धूमिल हो गये हैं,
जिस गम को हमने न जाना था अबतक,
अब उसके सच्चे रहनुमा हो गये हैं,

उस रोज भी जब मैं गुज़रा उधर से,
बाहर खड़ी थी तुम अपने दर से,
आंखों में तेरी अजब सी चमक थी,
मुख पर मगर अनकही सी कसक थी,
होठों से कुछ कहना चाहती थी,
अव्यक्त को व्यक्त करना चाहती थी,
पूछा था तुमने कैसा हूँ मैं,
क्या अब भी सबसे अलग सा हूॅ मैं,

बोला था मैं, कुछ बदल सा गया हूँ,
खोकर तुम्हें, सब समझ सा गया हूँ,
मगर तुम हो खुश तो नहीं रुष्ट मैं भी,
अनचाही किस्मत से संतुष्ट मैं भी,
मगर सच है यह भी, कि अब भी तेरे बिन,
रहती है मेरी हर शाम सूनी, सुबह अनमनी,
खता तो हुई है मगर सिर्फ इतनी,
न तुम हमको समझे, न हम तुमको समझे,

खता तो हुई है …

95 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Sunil Suman
View all
You may also like:
काव्य में विचार और ऊर्जा
काव्य में विचार और ऊर्जा
कवि रमेशराज
नारी जीवन
नारी जीवन
Aman Sinha
स्वतंत्रता
स्वतंत्रता
Seema gupta,Alwar
221/2121/1221/212
221/2121/1221/212
सत्य कुमार प्रेमी
🙅तय करे सरकार🙅
🙅तय करे सरकार🙅
*प्रणय*
🌳वृक्ष की संवेदना🌳
🌳वृक्ष की संवेदना🌳
Dr. Vaishali Verma
जिंदगी
जिंदगी
अखिलेश 'अखिल'
दुनिया मे नाम कमाने के लिए
दुनिया मे नाम कमाने के लिए
शेखर सिंह
3154.*पूर्णिका*
3154.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हम बात अपनी सादगी से ही रखें ,शालीनता और शिष्टता कलम में हम
हम बात अपनी सादगी से ही रखें ,शालीनता और शिष्टता कलम में हम
DrLakshman Jha Parimal
चोट दिल  पर ही खाई है
चोट दिल पर ही खाई है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
छोड़ दिया ज़माने को जिस मय के वास्ते
छोड़ दिया ज़माने को जिस मय के वास्ते
sushil sarna
स्वाभिमान
स्वाभिमान
Shyam Sundar Subramanian
कोरोना चालीसा
कोरोना चालीसा
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
अमर काव्य
अमर काव्य
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
दोस्त मेरी दुनियां
दोस्त मेरी दुनियां
Dr. Rajeev Jain
सुभद्रा कुमारी चौहान जी की वीर रस पूर्ण कालजयी कविता
सुभद्रा कुमारी चौहान जी की वीर रस पूर्ण कालजयी कविता
Rituraj shivem verma
मन की इच्छा मन पहचाने
मन की इच्छा मन पहचाने
Suryakant Dwivedi
आपके शत्रु आपको क्रोध दिला सकते हैं
आपके शत्रु आपको क्रोध दिला सकते हैं
ruby kumari
हरित - वसुंधरा।
हरित - वसुंधरा।
Anil Mishra Prahari
"सूप"
Dr. Kishan tandon kranti
Don't get hung up
Don't get hung up
पूर्वार्थ
रास्ते पर कांटे बिछे हो चाहे, अपनी मंजिल का पता हम जानते है।
रास्ते पर कांटे बिछे हो चाहे, अपनी मंजिल का पता हम जानते है।
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
चंद शेर
चंद शेर
Shashi Mahajan
सांसों से आईने पर क्या लिखते हो।
सांसों से आईने पर क्या लिखते हो।
Taj Mohammad
कवि 'घाघ' की कहावतें
कवि 'घाघ' की कहावतें
Indu Singh
गर्म हवाएं चल रही, सूरज उगले आग।।
गर्म हवाएं चल रही, सूरज उगले आग।।
Manoj Mahato
बेटी की शादी
बेटी की शादी
विजय कुमार अग्रवाल
#धर्मराज 'युधिष्ठिर' का जीवन चरित्र
#धर्मराज 'युधिष्ठिर' का जीवन चरित्र
Radheshyam Khatik
वैवाहिक चादर!
वैवाहिक चादर!
कविता झा ‘गीत’
Loading...