Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Apr 2024 · 1 min read

खड़कते पात की आवाज़ को झंकार कहती है।

खड़कते पात की आवाज़ को झंकार कहती है।
खपच्ची के धनुष की टुक्क को टंकार कहती है।।
ये सारा मामला है सिर्फ़ अरबों की कमाई का।
बिकाऊ मीडिया फुसकार को हुंकार कहती है।।
🙅प्रणय प्रभात🙅

1 Like · 135 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कभी कभी हमारे पास
कभी कभी हमारे पास
हिमांशु Kulshrestha
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Rashmi Sanjay
शेर-
शेर-
*प्रणय*
ग़ज़ल _ मुकद्दर की पहेली 🥰
ग़ज़ल _ मुकद्दर की पहेली 🥰
Neelofar Khan
कुछ ख़ुशनसीब ऐसे हैं जो आगे किस्मत से बढ़ गए!
कुछ ख़ुशनसीब ऐसे हैं जो आगे किस्मत से बढ़ गए!
Ajit Kumar "Karn"
जब कभी प्यार  की वकालत होगी
जब कभी प्यार की वकालत होगी
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
सलाह के सौ शब्दों से
सलाह के सौ शब्दों से
Ranjeet kumar patre
प्रशांत सोलंकी
प्रशांत सोलंकी
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
25. *पलभर में*
25. *पलभर में*
Dr .Shweta sood 'Madhu'
Dr. Arun Kumar Shastri - Ek Abodh Balak - Arun Atript
Dr. Arun Kumar Shastri - Ek Abodh Balak - Arun Atript
DR ARUN KUMAR SHASTRI
💐💐कुण्डलिया निवेदन💐💐
💐💐कुण्डलिया निवेदन💐💐
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
एक झलक
एक झलक
Dr. Upasana Pandey
यू-टर्न
यू-टर्न
Shreedhar
शापित है यह जीवन अपना।
शापित है यह जीवन अपना।
Arvind trivedi
तुम्हारा दिल ही तुम्हे आईना दिखा देगा
तुम्हारा दिल ही तुम्हे आईना दिखा देगा
VINOD CHAUHAN
*दो दिन फूल खिला डाली पर, मुस्काकर मुरझाया (गीत)*
*दो दिन फूल खिला डाली पर, मुस्काकर मुरझाया (गीत)*
Ravi Prakash
क्या रखा है? वार में,
क्या रखा है? वार में,
Dushyant Kumar
जिसको जीवन का केंद्र मान कर प्रेम करो
जिसको जीवन का केंद्र मान कर प्रेम करो
पूर्वार्थ
ज़िन्दगी को
ज़िन्दगी को
Dr fauzia Naseem shad
मेरी जिंदगी की खुशियां तेरे नाम करूंगा
मेरी जिंदगी की खुशियां तेरे नाम करूंगा
कृष्णकांत गुर्जर
मुक्तक...
मुक्तक...
डॉ.सीमा अग्रवाल
प्रेम के दरिया का पानी  चिट्ठियाँ
प्रेम के दरिया का पानी चिट्ठियाँ
Dr Archana Gupta
एक मुक्तक
एक मुक्तक
संजीव शुक्ल 'सचिन'
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
प्यार करने के लिए हो एक छोटी जिंदगी।
प्यार करने के लिए हो एक छोटी जिंदगी।
सत्य कुमार प्रेमी
"अहसास की खुशबू"
Dr. Kishan tandon kranti
मुर्दे भी मोहित हुए
मुर्दे भी मोहित हुए
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
तुम्हें पता है तुझमें मुझमें क्या फर्क है।
तुम्हें पता है तुझमें मुझमें क्या फर्क है।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
*शिवोहम्*
*शिवोहम्* "" ( *ॐ नमः शिवायः* )
सुनीलानंद महंत
खोया है हरेक इंसान
खोया है हरेक इंसान
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
Loading...