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23 Jan 2018 · 1 min read

क्‍यों है

मुफलिसी में रोटी और भूख में तकरार क्यों है
इबादत के लिए मंदिर मस्जिद अलहदा क्यों है

सजदा जमीं पर वो देखता आसमान से क्योंं है
आब नदी में मीठा पर समंदर में खारा क्यों है

पैगम्बर ए इंसानियत इस इंसां में फर्क क्योंं है
सियासी गलियारों में हिन्दु मुस्लिम से क्यों हैं

जिन्दगी मौत है तो तरीके हयात जुदा क्योंं है
मैं अच्छा मेरा ही अच्छा ऐसे ख्या‍लात क्यों हैं

हर अच्छी बुरी शय का रब जिम्मेदार क्यों हैं
मोहब्बत है जहां में तो नफरते जगह क्यों हैं

लक्ष्‍मण सिंह

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