क्षमा नहीं कर पाऊँगा
तोल मोलकर सोंच समझकर शब्द चयन करना।
अपनी व्यवहारिकता का तब क्रियान्वयन करना।
यदि त्रुटि अनजाने में हो तो ईश्वर क्षमा करें तुमको
जानबूझ कर की गयी त्रुटि पर क्षमा नहीं कर पाऊंगा।
मैं मानव हूँ मुझे पता है त्रुटि होना तो मानवता है।
किन्तु किसी को पीड़ा देना और डराना दानवता है।
त्रुटियों से जो कुछ ना सीखा तो उस हिय की अज्ञानता है।
है ज्ञानी गुणवान वही जो भले बुरे को पहचानता है।
द्विज हूँ कवि हूँ पर न समझना केवल पीड़ा गाऊँगा।
आवश्यकता पड़ी कभी तो कर में अस्त्र उठाऊँगा।
सहनशीलता का श्वेताम्बर मन पर ओढ़ न पाऊँगा।
अत्याचारों के विनाश को परशुराम बन जाऊँगा।
सीखा मैंने दुविधाओं से समन्वयन करना।
अभिलाषा है मनुहारी का मनोनयन करना।
भाई हो तुम ध्यान रहे पर यदि शिशुपाल बन गए तो
कृष्ण सरीखे सौ भूलों को जमा नहीं कर पाऊँगा।
यदि त्रुटि अनजाने में हो तो ईश्वर क्षमा करें तुमको
जानबूझकर की गयी त्रुटि पर क्षमा नहीं कर पाऊँगा।
संजय नारायण