क्षणिका :– दिल में तू…….।।
क्षणिका :–
दिल में तू बसी है ,
होठों पर हँसी है
क्या तू तड़पायेगी सदा ।
आँखों में तेरा चहरा ,
पलकें देती पहरा
कहीँ हो न जाए तू जुदा ॥
अनुज तिवारी “इंदवार”
क्षणिका :–
दिल में तू बसी है ,
होठों पर हँसी है
क्या तू तड़पायेगी सदा ।
आँखों में तेरा चहरा ,
पलकें देती पहरा
कहीँ हो न जाए तू जुदा ॥
अनुज तिवारी “इंदवार”