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4 Jun 2021 · 1 min read

क्षणिका- दाल रोटी

क्षणिका- दाल-रोटी-

मत खाओ,
मछली और बोटी।
अपनी तो बस,
दाल-रोटी।।
****

कवि- राजीव नामदेव “राना लिधौरी”
संपादक- “आकांक्षा” पत्रिका
जिलाध्यक्ष-म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष-वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
टीकमगढ़ (मप्र)-472001
मोबाइल- 9893520965
Email – ranalidhori@gmail.com
Blog-rajeevranalidhori.blogspot.com

Language: Hindi
411 Views
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