Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Jun 2023 · 1 min read

क्यों है

अँधियारों में जीवन कलिका,
प्रतिपल रंग बदलती क्यों है,
क्यों होते परिवर्तन अप्रियतर,
अखियाँ प्रायः छलकती क्यों हैं।

जीवन की संध्या में, अचरज,
नियति संग बदलती क्यों है,
ठोकर खाती हुई जिन्दगी,
नाड़ी प्रायः संभलती क्यों है।

जीवन-मृत्यु युगल निरर्थक,
तृष्णा किन्तु मचलती क्यों है,
नवजीवन का चारु द्वार, पर,
मृत्यु प्रायः अखरती क्यों है।

भौतिकता की परिधि चारु में,
आत्मा शुचित तरसती क्यों है,
प्रारब्ध कार्मिक कारण भी हो,
स्वाँसें मौन बिखरती क्यों हैं।

–मौलिक एवं स्वरचित–

अरुण कुमार कुलश्रेष्ठ
लखनऊ (उ.प्र. )

Language: Hindi
179 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
शनिवार
शनिवार
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
3122.*पूर्णिका*
3122.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आहवान
आहवान
नेताम आर सी
वीर पुत्र, तुम प्रियतम
वीर पुत्र, तुम प्रियतम
संजय कुमार संजू
ज़िन्दगी थोड़ी भी है और ज्यादा भी ,,
ज़िन्दगी थोड़ी भी है और ज्यादा भी ,,
Neelofar Khan
𑒚𑒰𑒧-𑒚𑒰𑒧 𑒁𑒏𑒩𑓂𑒧𑒝𑓂𑒨𑒞𑒰 𑒏, 𑒯𑒰𑒙 𑒮𑒥 𑒪𑒰𑒑𑒪 𑒁𑒕𑒱 !
𑒚𑒰𑒧-𑒚𑒰𑒧 𑒁𑒏𑒩𑓂𑒧𑒝𑓂𑒨𑒞𑒰 𑒏, 𑒯𑒰𑒙 𑒮𑒥 𑒪𑒰𑒑𑒪 𑒁𑒕𑒱 !
DrLakshman Jha Parimal
दो रंगों में दिखती दुनिया
दो रंगों में दिखती दुनिया
कवि दीपक बवेजा
वक्त आने पर सबको दूंगा जवाब जरूर क्योंकि हर एक के ताने मैंने
वक्त आने पर सबको दूंगा जवाब जरूर क्योंकि हर एक के ताने मैंने
Ranjeet kumar patre
मेरा शरीर और मैं
मेरा शरीर और मैं
DR ARUN KUMAR SHASTRI
चर्बी लगे कारतूसों के कारण नहीं हुई 1857 की क्रान्ति
चर्बी लगे कारतूसों के कारण नहीं हुई 1857 की क्रान्ति
कवि रमेशराज
"ये कलम"
Dr. Kishan tandon kranti
नमन उस वीर को शत-शत...
नमन उस वीर को शत-शत...
डॉ.सीमा अग्रवाल
गंगा- सेवा के दस दिन (आठवां दिन)
गंगा- सेवा के दस दिन (आठवां दिन)
Kaushal Kishor Bhatt
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
मोहब्बत शायरी
मोहब्बत शायरी
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
मायूस ज़िंदगी
मायूस ज़िंदगी
Ram Babu Mandal
"थोड़ी थोड़ी शायर सी"
©️ दामिनी नारायण सिंह
अकेले चलने की तमन्ना मन में होना चाहिए,
अकेले चलने की तमन्ना मन में होना चाहिए,
पूर्वार्थ
ईश्वर का
ईश्वर का "ह्यूमर" - "श्मशान वैराग्य"
Atul "Krishn"
ये उम्र भर का मुसाफ़त है, दिल बड़ा रखना,
ये उम्र भर का मुसाफ़त है, दिल बड़ा रखना,
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
प्यार विश्वाश है इसमें कोई वादा नहीं होता!
प्यार विश्वाश है इसमें कोई वादा नहीं होता!
Diwakar Mahto
#गुप्त जी की जीवनी
#गुप्त जी की जीवनी
Radheshyam Khatik
जय माँ शारदे🌹
जय माँ शारदे🌹
Kamini Mishra
दोहा
दोहा
Ravi Prakash
#आज़ादी_का_सबक़- *(अपनी पहचान आप बनें)* 👌
#आज़ादी_का_सबक़- *(अपनी पहचान आप बनें)* 👌
*प्रणय*
पुस्तक समीक्षा
पुस्तक समीक्षा " चुप्पी का शोर "
Shyam Sundar Subramanian
এটা বাতাস
এটা বাতাস
Otteri Selvakumar
इम्तिहान
इम्तिहान
AJAY AMITABH SUMAN
मुहब्बत है ज़ियादा पर अना भी यार थोड़ी है
मुहब्बत है ज़ियादा पर अना भी यार थोड़ी है
Anis Shah
तुझे बंदिशों में भी अपना राहगुज़र मान लिया,
तुझे बंदिशों में भी अपना राहगुज़र मान लिया,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Loading...