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20 May 2018 · 1 min read

क्यों तुम दूर चली गई

देकर दर्द ज़माने का
क्यों तुम दूर चली गई
अपना कहने वाली थी तुम
क्यों फिर रूठ के तुम चली गई
अपने यादों की बन्दिश में
मुझे क्यों छोड़ के तुम चली गई
क्यों मंज़िल की अधूरी राह में
तन्हा छोड़ के तुम चली गई
बन्द आँखों में सपने देकर
तुम क्यों चली गई
क्यों पुरवाई की शीतलता का
एहसास देकर फिर तुम चली गई

Language: Hindi
1 Like · 244 Views

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