क्यों इन आंखों पर चश्मे का पर्दा लगाए फिरते हो ,
क्यों इन आंखों पर चश्मे का पर्दा लगाए फिरते हो ,
कोई राज है क्या इनमें जो छुपाए फिरते हो ।
सुना है तुम्हें डर है बदनाम होने का शायद,
इसलिए खुद ही आंखें चार लगाए फिरते
क्यों इन आंखों पर चश्मे का पर्दा लगाए फिरते हो ,
कोई राज है क्या इनमें जो छुपाए फिरते हो ।
सुना है तुम्हें डर है बदनाम होने का शायद,
इसलिए खुद ही आंखें चार लगाए फिरते