क्यूं
कभी कभी तुम खो क्यूं जाते हो?
बीज दर्द के यहा बो क्यूं जाते हो?
समझते नही मेरे दिल का हाल
चुपके से मुझमे रो क्यूं जाते हो?
छेड़कर यादों के तार बे वक़्त
आँसूओ से भिगो क्यूं जाते हो?
जगा कर शबभर मुझे यहाँ
वहाँ चैन से सो क्यूं जाते हो?
कितना लिखूँ बेचैन हूँ तुम बिन
स्याही में मुझे डुबो क्यूं जाते हो?