— # क्या है यह सब # —
आज के समय में ज्यादातर लोग सोशल मीडिया से जुड़े हुए हैं, मेरे ख्याल से शायद ही कोई बाकी होगा जो इन साईट्स के साथ न जुड़ा हुआ हो ! और हर घर के अंदर सब के पास ही लगभग मोबईल्स होंगे , क्यूंकि ज्यादातर सब के काम इन से ही किये जाते हैं ! अब चाहे बिजली का बिल हो, मोबाइल्स का रिचार्ज हो, बैंक से सम्बंधित कोई भी काम हो, इंसान के लिए मनोरंजन हो या अपनी किसी बात को किसी तक पहुँचाना हो तो, हम सब लोग इन सोशल साईट्स का ही सहारा लेते हैं !पर डिजिटल होने के साथ साथ इस के दुसपरिणाम भी बहुत देखने को मिल रहे हैं !
इसी सन्दर्भ में एक बात कहने के लिए विवश होना पड़ रहा है, कि आज इन साईट्स पर अनगिनत एप्स जो चल रही हैं, उनका सदुपयोग तो कम है, पर दुरूपयोग हद से ज्यादा किया जा रहा है, अच्छे अच्छे घरों के और निचले स्तर तक के लोग, बेहूदा विडियो रोजाना बना बना कर भेज रहे हैं, समझ नही आता , कि क्या इनके घर वाले इनके विडियो नही देखते हैं ? मनोरंजन तक तो सब ठीक है, पर मनोरंजन में सारी हदे पार कर देना, वो कहाँ तक उचित है ? खुद को बनाते हुए, क्या उस पर नजर नही डालते, कि समाज जब ऐसी चीज को देखेगा तो क्या कहेगा ! जिस का जैसा मन कर रहा है, वो विडियो इन साईट्स पर भेज कर ज्यादा से ज्यादा लाईक्स, को लेने के लिए व्याकुल होता नजर आता है, कहीं से कहीं तक इन पर कोई रोक टोक नही है, यह सोचते हैं, कि लोग ज्यादा लाईक्स करेंगे, कमेंट्स करेगे , शेयर करेंगे तो पैसा मिलेगा, यह नही सोचते की, इस का समाज पर क्या असर पड़ेगा , जिनकी उम्र अभी बहुत कम है, जिनको अभी समझ तक नही है, पर उनके माता पिता ने उनके हाथों में मोबाइल थमा दिए हैं, वो भी तो हर वक्त कुछ न कुछ देखते रहते होंगे !! स्कूल के काम के लिए इस्तेमाल करना जायज है, पर तरह तरह के गेम खेलकर खुद को बर्बाद कर रहे हैं ये छोटे छोटे बच्चे, आये दिन सुनाने को मिल जाता है,कि बच्चा गेम में हार गया तो उस ने आत्महत्या कर ली, जब तक माता पिता इन मासूमो पर नजर नही रखेंगे, तब तक ऐसी बुरी बुरी घटनाएं सामने आती रहेंगी !
आज अगर आप खुद देखो, किसी को फ़ोन करोगे, और वो फ़ोन पर जब बात खत्म हो जायेगी, तो उस बन्दे को जिस को आपने फ़ोन किया था, स्क्रीन पर उनके नम्बर के नीचे इतने गंदे गंदे एप्स को इनस्टॉल करने के लिए ऑफर आता है, कि लिखने में भी शर्म आती है, नग्नता तो हर कदम पर देखने को मिल रही है, बेशर्मी तो यहाँ रोजाना देखने को मिलती है, किस ने अधिकार दिया है, कि इस तरह के विज्ञापन आप जनता के सामने प्रस्तुत करो, कौन उठाएगा आवाज , क्या मनोरंजन विभाग इस चीज से नेयुटल बना हुआ है, उस की नजर में नही आता, कि ऐसे विज्ञापन क्यूं दिए जा रहे हैं !जब ऐसे ऐसे विज्ञापन सामने आयेंगे तो लोग गलत एप्स को अपने मोबईल्स में डालेंगे , उस का गलत इस्तेमाल करेंगे..क्यूं नही इनको बंद किया जा रहा है !
सच तो यही है, कि पहले जो काम कोठो पर होते थे, उन पर तो सरकार ने लगाम कस दी है, और उनको पूर्ण रूप से बंद भी करवा दिया है, ताकि समाज में ऐसी गंदगी न सामने आये, न ही लोग गलत करे ! परन्तु वो काम आज मोबईल्स के माध्यम से जनता तक घर घर पहुँचाया जा रहा है ! उस वेश्यावृति से कहीं ज्यादा खतरनाक यह है, जो आजकल घर घर पर पहुँच गयी है इन सोशल साईट्स के द्वारा !इंसानियत के रिश्ते भी खराब होने लगे हैं, किस साईट्स का ख़ास नाम लिया जाए, जो लोग मोबईल्स का इस्तेमाल करते हेई, उनकी नजर वहां तक गयी होगी, कि दुनिया में अब यह सब कैसे दिखाया जा रहा है..सब जानते हेई, कह भी देते हैं , उनको पैसा कमाना है, इस लिए वो यह सब करते हैं , पर यह सब समाज के लिए घातक है, खतरनाक है !! बलात्कार की घटनाएं होने जैसे आम बात हो गयी है, लोग जैसा देखते हेई, वैसा ही अंजाम देने की कोशिश करते हेई, और गलत काम कर बैठते हैं !
पहले शहर के अंदर सिनेमा घरो में गंदगी से भी फिल्मों पर सामाजिक संस्थाएं रोक लगवा देती थी..पोस्टर फाड़ देती थी, पर आज किसी को कोई डर ही नही है, अपनी मर्जी का विडियो बनाओ और सोशल साईट्स पर डाल दो, लोग अंधे हो चुके हैं, या ऐसी गंदगी को देखने के इन्तेजार करते हैं , कब नया कुछ आये और हम उस बेहूदा, अश्लीलता से भरी विडियो की टी आर पी बढ़ने में मदद करें ! यह सब फ़िल्मी दुनिया की चकाचौंध का नतीजा है, लोग एक्टिंग कर के खुद को न जाने कौन से स्तर पर बताना चाहते हैं ! ठीक है करो , खूब बनाओ विडियो, जितने बना सकते हो बनाओ, पर ऐसे तो मत बनाओ, जिस को देखने के बाद आपके घर वाले भी शर्मसार हो जाए !
अजीत कुमार तलवार
मेरठ