क्या हुआ है मुझे,
अब से पहले सनम, हम तो खुश थे बहुत,
जब से महफ़िल में आए, परेशान है ।
दिल था खाली, पर खुशियों का दरबार था,
अब तो खुशियों की दस्तक़ से, अनजान है।
क्या हुआ है मुझे, आईना तूँ बता,
मेरे दिल में अब किसका, अरमान है ।
इश्क है ये मेरा, या है गम का समा,
याद उनकी जबसे, मेहरबान है ।