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15 Jun 2023 · 1 min read

क्या लिखूँ …?

क्या लिखूँँ ?
सच कि झूठ ?
झूठ –
मीठी चाशनी जैसा –
लुभावना ,
कर्णप्रिय
मन को भाता है ;
और सच –
कल्पना से परे –
प्रलोभनरहित –
भूत ,
भविष्य ,
वर्तमान
की तस्वीर उकेरता –
हकीकत से हमें
रूबरू कराता है ।

(मोहिनी तिवारी)

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