Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Oct 2020 · 1 min read

क्या मुहब्बत देख ली

है न चाहत देख ली
क्या मुहब्बत देख ली

फ़िर हक़ीक़त देख ली
क्या सदाक़त देख ली

जो न देखी थी कभी
अब अदावत देख ली

क्या रिवाजों-रस्म भी
सब रवायत देख ली

वो पुजारी है बड़ा
कब इबादत देख ली

आपके दिल पर लिखी
हर इबारत देख ली

और होता है यकीं
जब नदामत देख ली

वो अदब करता नहीं
ये ज़हानत देख ली

जो कमाया साथ है
हमने बरक़त देख ली

है ये हावी ज़ह्’न पर
दिल की ताक़त देख ली

वो ख़फ़ा ‘आनन्द’ से
सबने उल्फ़त देख ली

– डॉ आनन्द किशोर

2 Likes · 1276 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
आज सभी अपने लगें,
आज सभी अपने लगें,
sushil sarna
बाहर जो दिखती है, वो झूठी शान होती है,
बाहर जो दिखती है, वो झूठी शान होती है,
लोकनाथ ताण्डेय ''मधुर''
कोशिश करना छोरो मत,
कोशिश करना छोरो मत,
Ranjeet kumar patre
"मयकश"
Dr. Kishan tandon kranti
मोहतरमा कुबूल है..... कुबूल है /लवकुश यादव
मोहतरमा कुबूल है..... कुबूल है /लवकुश यादव "अज़ल"
लवकुश यादव "अज़ल"
आज के दौर के मौसम का भरोसा क्या है।
आज के दौर के मौसम का भरोसा क्या है।
Phool gufran
हम उलझते रहे हिंदू , मुस्लिम की पहचान में
हम उलझते रहे हिंदू , मुस्लिम की पहचान में
श्याम सिंह बिष्ट
हुआ अच्छा कि मजनूँ
हुआ अच्छा कि मजनूँ
Satish Srijan
कजरी
कजरी
सूरज राम आदित्य (Suraj Ram Aditya)
एक अच्छी जिंदगी जीने के लिए पढ़ाई के सारे कोर्स करने से अच्छा
एक अच्छी जिंदगी जीने के लिए पढ़ाई के सारे कोर्स करने से अच्छा
Dr. Man Mohan Krishna
धनतेरस
धनतेरस
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
#जय_सियाराम
#जय_सियाराम
*Author प्रणय प्रभात*
बर्फ़ीली घाटियों में सिसकती हवाओं से पूछो ।
बर्फ़ीली घाटियों में सिसकती हवाओं से पूछो ।
Manisha Manjari
राममय जगत
राममय जगत
बिमल तिवारी “आत्मबोध”
Peace peace
Peace peace
Poonam Sharma
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
घास को बिछौना बना कर तो देखो
घास को बिछौना बना कर तो देखो
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
बिना पंख फैलाये पंछी को दाना नहीं मिलता
बिना पंख फैलाये पंछी को दाना नहीं मिलता
Anil Mishra Prahari
*_......यादे......_*
*_......यादे......_*
Naushaba Suriya
प्रेरणा गीत (सूरज सा होना मुश्किल पर......)
प्रेरणा गीत (सूरज सा होना मुश्किल पर......)
अनिल कुमार निश्छल
दरिया का किनारा हूं,
दरिया का किनारा हूं,
Sanjay ' शून्य'
शहीदों के लिए (कविता)
शहीदों के लिए (कविता)
दुष्यन्त 'बाबा'
नींव की ईंट
नींव की ईंट
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
साल को बीतता देखना।
साल को बीतता देखना।
Brijpal Singh
उतर गया प्रज्ञान चांद पर, भारत का मान बढ़ाया
उतर गया प्रज्ञान चांद पर, भारत का मान बढ़ाया
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
3281.*पूर्णिका*
3281.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मोहब्बत
मोहब्बत
अखिलेश 'अखिल'
एक सबक इश्क का होना
एक सबक इश्क का होना
AMRESH KUMAR VERMA
मिलने के समय अक्सर ये दुविधा होती है
मिलने के समय अक्सर ये दुविधा होती है
Keshav kishor Kumar
दीदार
दीदार
Vandna thakur
Loading...