क्या मिला ….. ?
क्या मिला हमको मिटकर तेरे प्यार में,
बेवफा बस तेरी बेरुखी के सिवा
नींद गायब हुई, चैन भी ना मिला,
क्या मिला …… ?
गम में डूबी हुई तन्हाई मिली,
प्यार के नाम पर बेवफाई मिली,
अश्क बहने का चलता रहा सिलसिला,
क्या मिला ….. ?
नाम रब का लिया था सदा तेरे बाद,
तुमको माना हकीकत, तुम्हीं को ख्वाब
साथ जीने औ मरने का था फैसला,
क्या मिला ….. ?
जिंदगी बन चुकी है एक मीठा जहर,
सांस भी चल रही है, पहर दो पहर,
मेरी मौत मुझको रही है बुला,
क्या मिला ….. ?
✍️ सुनील सुमन