क्या पाई हमुन उत्तराखंड बणै तैं!
क्या पाई हमुन उत्तराखंड बणै तैं
ठग्यां का ठग्यां रै गया उत्तराखंड बणै तैं,
एनु बोना छा तब, नौकरी मिलली,
रुजगार बढलो बेरुजगारी थमली,
पलायन त अभी तक थमी नी छः
नौकरी भी यख लगणी नी छः,
डोखरा पोंगडों की बोली लगीं च!!
क्या पाई हमुन उत्तराखंड बणै तैं, क्या पाई हमुन…
डोखरा बिकी ग्या,गौं होणा छः उजाड़,
बांझी कुंडलियों पर जमी गये झाड,
धमा चौकड़ियों कू त सजणू छः बजार,
माफियों को राज होग्या उत्तराखंड आज!
क्या पाई हमुन उत्तराखंड बणै तैं,
ठग्यां का ठग्यां रै गया उत्तराखंड बणै तैं!!
क्या पाई हमुन…..
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ज्वान ज्वान नौना की आहुति भी दीनी,
बेटी ब्वारियों की लाज भी गैनी,
सांसद विधायक अपणा नी होया,
मंत्री संत्री भी पराया ही रया,
रिता का रिता हम रै गैनी,
यो कनु उत्तराखण्ड हमुन पैनी,
क्या पाई हमुन उत्तराखंड बणै तैं,
ठग्यां का ठग्यां रै गया उत्तराखंड बणै तैं!
क्या पाई हमुन,क्या पाई हमुन…..