Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Dec 2023 · 1 min read

*क्या देखते हो *

डॉ अरुण कुमार शास्त्री
शीर्षक
*क्या देखते हो *
उम्र के आखरी पड़ाव में हूँ ।
बस्ती से दूर सड़क पर खड़ा हूँ ।
कोई रहबर न साथी न कोई सहारा ।
नजर फिर भी चाहे कोई कनारा ।

है धुंधली सी आशा हृदय में जगी ।
प्यास भी तो मुझको गजब की लगी ।
सुबह से हूँ निकला कमर थक गई ।
न गाड़ी न रिक्शा न कोई सवारी ।

शाम भी तो देखो अब ढलने चली ।
डगर अजनबी है राह सुनसान है ।
बुरा भूख से हाल मेरा अरे राम है ।
थक गया हूँ , काया दर्द से बेहाल है ।

प्रार्थना मन ही मन में मैं कर रहा ।
ओ भगवन अरज मेरी सुनो तो जरा ।
भेज दो कोई मददगार मेरा हाल हेगा बुरा ।
हिम्मत अब मेरी जबाब है देने लगी ।

कहीं गिर न जाऊँ कहीं मर न जाऊँ ।
परिवार से मैं अपने शायद बिछड़ ही न जाऊँ ।
बच्चे हैं मेरे मासूम एक दम अभी ।
ओ मालिक कर दो दया घुमा दो जादू की छड़ी ।

320 Views
Books from DR ARUN KUMAR SHASTRI
View all

You may also like these posts

नाटक
नाटक
Nitin Kulkarni
*वसुधैव समन्वयक गॉंधी*
*वसुधैव समन्वयक गॉंधी*
Ravi Prakash
तू मौजूद है
तू मौजूद है
sheema anmol
जीवन का त्योहार निराला।
जीवन का त्योहार निराला।
Kumar Kalhans
संत का अपमान स्वप्न में भी न करें, चाहे स्वयं देवऋषि नारद आप
संत का अपमान स्वप्न में भी न करें, चाहे स्वयं देवऋषि नारद आप
Sanjay ' शून्य'
बात मेरी होगी,कल
बात मेरी होगी,कल
Nitu Sah
3158.*पूर्णिका*
3158.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तेरे दिदार
तेरे दिदार
SHAMA PARVEEN
हे त्रिलोकी
हे त्रिलोकी
Sudhir srivastava
तेरा एहसास
तेरा एहसास
Dr fauzia Naseem shad
इश्क तो कर लिया कर न पाया अटल
इश्क तो कर लिया कर न पाया अटल
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
*
*"कार्तिक मास"*
Shashi kala vyas
‘तेवरी’ अपना काव्यशास्त्र स्वयं रच रही है +डॉ. कृष्णावतार ‘करुण’
‘तेवरी’ अपना काव्यशास्त्र स्वयं रच रही है +डॉ. कृष्णावतार ‘करुण’
कवि रमेशराज
*Perils of Poverty and a Girl child*
*Perils of Poverty and a Girl child*
Poonam Matia
"परख"
Dr. Kishan tandon kranti
न राजा बचेगा न रानी
न राजा बचेगा न रानी
Shekhar Chandra Mitra
खोते जा रहे हैं ।
खोते जा रहे हैं ।
Dr.sima
बुझी नहीं है आज तक, आजादी की आग ।
बुझी नहीं है आज तक, आजादी की आग ।
sushil sarna
।।
।।
*प्रणय*
सरकारी दामाद
सरकारी दामाद
पूर्वार्थ
शौर्य गाथा
शौर्य गाथा
Arvind trivedi
नामुमकिन नहीं
नामुमकिन नहीं
Surinder blackpen
Waste your time 😜
Waste your time 😜
Otteri Selvakumar
*दिल के दीये जलते रहें*
*दिल के दीये जलते रहें*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
त्यौहार
त्यौहार
Shekhar Deshmukh
बचपन की बारिश
बचपन की बारिश
Dr MusafiR BaithA
कृष्ण कन्हैया
कृष्ण कन्हैया
Rambali Mishra
★दाने बाली में ★
★दाने बाली में ★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
...जागती आँखों से मैं एक ख्वाब देखती हूँ
...जागती आँखों से मैं एक ख्वाब देखती हूँ
shabina. Naaz
बारिश की बूंद
बारिश की बूंद
Neeraj Agarwal
Loading...