Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Apr 2022 · 1 min read

क्या था लिखना जो

एक एहसास थम गया दिल भी ।
क्या था लिखना जो लिख नहीं पाए ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
9 Likes · 145 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
सत्य केवल उन लोगो के लिए कड़वा होता है
सत्य केवल उन लोगो के लिए कड़वा होता है
Ranjeet kumar patre
अहंकार अभिमान रसातल की, हैं पहली सीढ़ी l
अहंकार अभिमान रसातल की, हैं पहली सीढ़ी l
Shyamsingh Lodhi Rajput (Tejpuriya)
एक ही भूल
एक ही भूल
Mukesh Kumar Sonkar
" कविता और प्रियतमा
DrLakshman Jha Parimal
कोई हंस रहा है कोई रो रहा है 【निर्गुण भजन】
कोई हंस रहा है कोई रो रहा है 【निर्गुण भजन】
Khaimsingh Saini
****** मन का मीत  ******
****** मन का मीत ******
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
2831. *पूर्णिका*
2831. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ज्ञानी मारे ज्ञान से अंग अंग भीग जाए ।
ज्ञानी मारे ज्ञान से अंग अंग भीग जाए ।
Krishna Kumar ANANT
"ख़ासियत"
Dr. Kishan tandon kranti
* सिला प्यार का *
* सिला प्यार का *
surenderpal vaidya
मैं तो हमेशा बस मुस्कुरा के चलता हूॅ॑
मैं तो हमेशा बस मुस्कुरा के चलता हूॅ॑
VINOD CHAUHAN
एक नज़र से ही मौहब्बत का इंतेखाब हो गया।
एक नज़र से ही मौहब्बत का इंतेखाब हो गया।
Phool gufran
जीवन से पहले या जीवन के बाद
जीवन से पहले या जीवन के बाद
Mamta Singh Devaa
अधूरी
अधूरी
Naushaba Suriya
प्रेरणा
प्रेरणा
पूर्वार्थ
भारत माँ के वीर सपूत
भारत माँ के वीर सपूत
Kanchan Khanna
जिंदगी में पराया कोई नहीं होता,
जिंदगी में पराया कोई नहीं होता,
नेताम आर सी
डर
डर
अखिलेश 'अखिल'
★बादल★
★बादल★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
कुछ एक आशू, कुछ एक आखों में होगा,
कुछ एक आशू, कुछ एक आखों में होगा,
goutam shaw
बुंदेली चौकड़िया
बुंदेली चौकड़िया
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
*पुस्तक समीक्षा*
*पुस्तक समीक्षा*
Ravi Prakash
..
..
*प्रणय प्रभात*
"दो पल की जिंदगी"
Yogendra Chaturwedi
प्रयास
प्रयास
Dr fauzia Naseem shad
कर्म से विश्वाश जन्म लेता है,
कर्म से विश्वाश जन्म लेता है,
Sanjay ' शून्य'
दो रुपए की चीज के लेते हैं हम बीस
दो रुपए की चीज के लेते हैं हम बीस
महेश चन्द्र त्रिपाठी
इंतजार करना है।
इंतजार करना है।
Anil chobisa
जिनकी बातों मे दम हुआ करता है
जिनकी बातों मे दम हुआ करता है
शेखर सिंह
-दीवाली मनाएंगे
-दीवाली मनाएंगे
Seema gupta,Alwar
Loading...