क्या कहा… हमें बचना है ?
क्या कहा… हमें बचना है ?
खतरे से दूर हमें रहना है ?
बताया तो नहीं किस खतरे से ?
भूख, लाचारी या… बीमारी
कहां जाएं जो बच जाएंगे
जीवन ज्योति बचा लाएंगे
न घर है अपना न कोई भीत खड़ी
ना खाने को ही है अन्न पड़ी
सुबह काम पे जाते हैं
तभी रात को हम खा पाते हैं
वस्त्र भी आधे आधे हैं
हम तो मन को भी अपने साधे है
ये जो हम निर्धनों की बस्ती है
इस में जीवन सबसे सस्ती है
भूख यहां बीमारी है
मौत हमारी लाचारी है
क्या कहा… लाचारी से बचो
कुछ दिन घर की अलमारी में रहो
दाना पानी दे दो तुम
हमको भी जिंदा रख लो तुम
~ सिद्धार्थ