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7 May 2024 · 1 min read

कौशल्या नंदन

अवध पुरी में जन्मे हो
कौशल्या के नंदन हो
दशरथ के तुम प्राण दुलारे
जन जन की हो आंख के तारे

श्यामल कोमल सुंदर सुंदर
अति मनमोहक अति हो सुन्दर
हे नाथों के नाथ हमारे
हर दुखिआ के दुःख हरने वाले

मर्यादा पुरुषोत्तम राम
वचन बध्य हो वनवास को जाते
पिता की आज्ञा पालन करते
कठोर जीवन तुम हो जीते

क्या लिखूं मैं महिमा स्वामी
एक छोटी सी हूं मैं नारी
आपकी शरण मिले भगवन
और नहीं कुछ मांगू भगवन
_ सोनम पुनीत दुबे

4 Likes · 2 Comments · 128 Views
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